सागर में भक्ति की लहरें में स्वयं देख रहा हूं आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महराज

*सागर में भक्ति की लहरें में स्वयं देख रहा हूं* *आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महराज*
*जय घोष के साथ हजारों श्रद्धालुओं ने की आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महराज ससंघ की भव्य आगवानी*

सागर। इतने गर्म मौसम में भी सभी भक्तों के चेहरों पर प्रातः काल से अभी तक चमक बरकरार है इसका मतलब है आप की भक्ति भावना प्रबल है सागर में लहरे आना स्वाभाविक है और मैं सागर में भक्ति की लहरें में स्वयं देख रहा हूं यह उद्बोधन आज आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महराज ने तिलकगंज में प्रातः कालीन प्रवचन में कहे। 
साथ ही आचार्य श्री ने कहा की आज उपाध्याय विकसंत सागर जी,आचरण सागर जी,आचार्य सागर जी,आराध्य सागर जी,संयत सागर महाराज श्री से मिलन हुआ निश्चित ही किसी भी कार्य में दिगंबर साधु के दर्शन हो तो वह कार्य सफल होता है आज पंचकल्याण का मंगलाचरण हुआ है सौ धर्म इंद्र
साक्षात रूप में अनेक पंचकल्याणक कराते हैं हमें भी निरंतर पंचकल्याणक कराते रहना चाहिए और अपनी उपस्थिति भक्ति भाव से पंचकल्याणक में देना चाहिए और हमारी ऐसी भावना होनी चाहिए कि एक दिन हमारा भी पंचकल्याणक हो आप भाग्यशाली हैं कि आप भगवान के पांचो कल्याणक देख पाते हैं अतः सभी वह मेरा मंगल आशीर्वाद है तिलकगंज मंगलधाम का पंचकल्याणक निश्चित रूप से ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।

मंगल प्रवचन के पूर्व आचार्य श्री का पाद प्रक्षालन श्री प्रमोद जैन बारदाना एवं आहार चर्या कराने का सौभाग्य पंचकल्याणक कमेटी के कार्य अध्यक्ष सिंथिल पड़ेले जी को प्राप्त हुआ।

इसके पूर्व आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज के सागर आगमन पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव एवं उत्साह के साथ आचार्य संघ की भव्य आगवानी की आगमन मार्ग पर भक्तों द्वारा रंगोली सजाकर आचार्य श्री का स्वागत किया एवं जगह जगह पाद प्रक्षालन आरती कर आशीर्वाद प्राप्त किया आगवानी जलूस में बालक बालिका मंडल के सदस्यों ने दिव्य घोष की मन मोहक प्रस्तुति दी। इस दौरान बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी बंधु शामिल हुए।

*आज प्रातः कालीन मंगल प्रवचन गौरा बाई दिगंबर जैन मंदिर में*
मीडिया प्रभारी श्रीकांत जैन बताया की पूज्य आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महराज के मंगल प्रवचन आज प्रातः 8:00 बजे नमक मंडी स्तिथ गौरा बाई दिगंबर जैन मंदिर प्रांगण में होंगे।

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